सही क्या है गलत क्या,
ये सबक़ पढ़ाते हैं आप.
झूठ क्या है और सच क्या,
ये बात समझाते हैं आप.
जब सूझता नहीं कुछ भी,
राहों को सरल बनाते हैं आप.
जीवन के हर अंधेरे में,
रौशनी दिखाते हैं आप.
बंद हो जाते हैं जब सारे दरवाज़े,
नया रास्ता दिखाते हैं आप.
सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं,
जीवन जीना सिखाते हैं आप.
जीवन जीना सिखाते हैं आप.
शकील अहमद
ये सबक़ पढ़ाते हैं आप.
झूठ क्या है और सच क्या,
ये बात समझाते हैं आप.
जब सूझता नहीं कुछ भी,
राहों को सरल बनाते हैं आप.
जीवन के हर अंधेरे में,
रौशनी दिखाते हैं आप.
बंद हो जाते हैं जब सारे दरवाज़े,
नया रास्ता दिखाते हैं आप.
सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं,
जीवन जीना सिखाते हैं आप.
जीवन जीना सिखाते हैं आप.
शकील अहमद
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